तत्वों के प्रतीक एवं रासायनिक सूत्र | Symbols of Elements, Chemical Formulae of Compounds
प्रतीक Symbol
तत्वों के रासायनिक नाम को न्यूनतम अंग्रेजी अक्षरों में व्यक्त करना।
प्रतीक की परिभाषा : अंग्रेजी में न्यूनतम अक्षरों द्वारा प्रदर्शित रासायनिक तत्वों के नामों को प्रतीक (Symbol) कहते है।
उदाहरण – Oxygen Symbol = O
डॉल्टन सर्वप्रथम वैज्ञानिक थे जिन्होंने प्रतीक का प्रयोग तत्व की एक निश्चित मात्रा अर्थात तत्व के एक परमाणु को प्रदर्शित करने के लिए किया।
इसके पश्चात् बर्जीलियस ने तत्वों के प्रतीक के लिए नै प्रणाली विकसित की जिनमें तत्वों के नाम के एक अथवा दो अक्षर प्रयुक्त होते है। IUPAC (International Union of Pure and Applied Chemistry) भी इसी आधार को मानते हुए तत्व के प्रतीक की स्वीकृति प्रदान करती है।
बर्जीलियस के अनुसार –
- तत्व को उसके अंग्रेजी नाम के प्रथम अक्षर से व्यक्त करते है।
जैसे – Oxygen Symbol = O
हाइड्रोजन का प्रतीक = H
कार्बन का प्रतीक = C
नाइट्रोजन का प्रतीक = N
फॉस्फोरस का प्रतीक = P
यूरेनियम का प्रतीक = U
सल्फर का प्रतीक = S - कई तत्वों के नाम एक ही अक्षर से प्रारम्भ होते है। इस स्थिति में अधिक प्रचलित तत्व का नाम प्रथम अक्षर से और शेष तत्वों का नाम दो अक्षरों से प्रदर्शित किया जाता है। प्रतीक का पहला अक्षर अंग्रेजी वर्णमाला के बड़े अक्षर (Capital Letter) तथा दूसरा अक्षर छोटे अक्षर (Small Letter) से प्रदर्शित किया जाता है। जैसे –
नाम प्रतीक नाम प्रतीक कार्बन (Carbon) C कैल्सियम (Calcium) Ca क्रोमियम (Chromium) Cr सीजियम (Cesium) Cs सीरियम (Cerium) Ce कोबाल्ट (Cobalt) Co क्लोरीन (Chlorine) Cl बोरॉन (Boron) B बेरिलियम (Beryllium) Be बेरियम (Barium) Ba बिस्मिथ (Bismuth) Bi ब्रोमीन (Bromine) Br - कुछ तत्वों के प्रतीक लैटिन भाषा के नाम से लिए गए है। जैसे –
नाम लैटिन भाषा प्रतीक सिल्वर (Silver) अर्जेन्टम (Argentum) Ag सोना (Gold) औरम (Aurum) Au सोडियम (Sodium) नेट्रियम (Natrium) Na आयरन (Iron) फैरम (Ferrum) Fe पोटैशियम (Potassium) केलियम (Kallium) K कॉपर (Copper) क्यूप्रम (Cuprum) Cu - परमाणु क्रमांक 100 से ऊपर वाले तत्वों के प्रतीक तीन अक्षरों में उनके संख्यात्मक नाम से लिए है। जैसे –
संख्या 1 2 3 4 5 6 7 8 9 0 नाम अन बाई ट्राई क्वाड पेन्ट हेक्स सेप्ट ओक्ट इन निल सभी अंकों के नामों को जोड़कर अन्त में इयम जोड़ते है। तत्व के प्रतीक में सभी अंकों के नाम का पहला अक्षर लिखते हैं।
परमाणु क्रमांक नाम 101 अन-निल-अनियम Unu 102 अन-निल-नाइयम Unb 103 अन-निल-ट्राईयम Unt 104 अन-निल-क्वाडियम Unq
प्रतीक का महत्व
- तत्वों के प्रतीक तत्व का नाम ही प्रकट नहीं करते अपितु उसकी मात्रा को भी प्रकट करते है।
- तत्वों का प्रतीक उसके परमाणु तथा भारात्मक रूप से परमाणु भार का घोतक है।
उदाहरण – O से ऑक्सीजन के परमाणु तथा भार (16 भाग) का बोध होता है।
रासायनिक सूत्र एवं सूत्र के प्रकार | Chemical Formula and Types of Formula
तत्व या यौगिक का वह छोटे से छोटा कण जो स्वतंत्र अस्तित्व रखता है, अणु कहलाता है।
तत्वों के प्रतीकों का वह संयोजन हो किसी तत्व या यौगिक के एक अणु को प्रदर्शित करता है, अणुसूत्र कहलाता है।
उदाहरण – जल अणु H2O, क्लोरीन अणु Cl2, हाइड्रोजन अणु H2 आदि।
रासायनिक सूत्रों के प्रकार
रासायनिक सूत्र तीन प्रकार के होते है –
(i) मूलानुपाती सूत्र (ii) अणुसूत्र (iii) संरचना सूत्र
(i) मूलानुपाती सूत्र (Empirical Formula)
वह सूत्र जो पदार्थ के एक अणु में उपस्थित परमाणुओं के सरल अनुपात को प्रदर्शित करता है, मूलानुपाती सूत्र कहलाता है।
उदाहरण – ऑक्सेलिक अम्ल (C2O4H2) में कार्बन, ऑक्सीजन व हाइड्रोजन परमाणुओं का अनुपात 1 : 2 : 1 है। अतः मूलानुपाती सूत्र CO2H होगा।
- एक ही मूलानुपाती सूत्र में कई यौगिक हो सकते है, जिनके अणुसूत्र व संरचना सूत्र अलग-अलग होते है।
उदाहरण – CH2O फार्मेल्डिहाइड, (HOHO) एसिटिक अम्ल (CH3COOH) तथा ग्लूकोज (C6H12O6) तीनों का मूलानुपाती सूत्र है।
मूलानुपाती सूत्र ज्ञात करना
- यौगिक में उपस्थित तत्व की प्रतिशत मात्रा से परमाणु की आपेक्षिक संख्या ज्ञात करते है।
- प्रथम पद से प्राप्त संख्याओं में प्राप्त हुई सबसे छोटी आपेक्षित संख्या से भाग देते है। यह परमाणु का सरल अनुपात होगा।
- सरल अनुपात पूर्णांक में होना चाहिए क्योंकि डॉल्टन के अनुसार परमाणु अविभाज्य कण है।
अतः पूर्णांक प्राप्त करने के लिए इन सरल अनुपात को उचित अंक से गुणा कर निकटतम पूर्णांक में परिवर्तित कर लेते है। - अब यौगिक के प्रत्येक तत्व के प्रतीक के नीचे उपरोक्त प्राप्त संख्या लिखकर यौगिक का मूलानुपाती सूत्र ज्ञात कर लेते है।
उदाहरण – एक यौगिक में Na = 29.11%, S = 40.50% व O = 30.38% है, यौगिक का मूलानुपाती सूत्र ज्ञात कीजिये।
तत्व प्रतिशत मात्रा परमाणु द्रव्यमान आपेक्षित संख्या संख्या अनुपात Na 29.11% 23 1.27 1.0 S 40.50% 32 1.27 1.0 O 30.38% 16 1.90 1.5 Na S O तत्वों का सरल अनुपात 1 : 2 : 1 पूर्णांक में सरल अनुपात 2 : 2 : 3 यौगिक का मूलानुपाती सूत्र Na2S2O3
अणुसूत्र (Molecular Formula)
वह सूत्र जो एक अणु में उपस्थित परमाणुओं की वास्तविक संख्या को प्रदर्शित करता है, अणुसूत्र कहलाता है।
उदाहरण – ऑक्सेलिक अम्ल के एक अणु में C, H व O परमाणुओं की वास्तविक संख्या क्रमश: 2, 2, 4 है।
अणुसूत्र से हमें निम्न जानकारी प्राप्त होती है –
(a) पदार्थ का नाम – अणुसूत्र से पदार्थ का रासायनिक नाम का पता चलता है।
जैसे – NaCl का नाम सोडियम क्लोराइड है। KCl का नाम पौटेशियम क्लोराइड है।
(b) अवयवी तत्वों का ज्ञान – अणुसूत्र से पदार्थ में उपस्थित सभी अवयवी तत्वों की जानकारी होती है।
जैसे – NaCl में सोडियम (Na) व क्लोरीन (Cl) अवयवी तत्व है।
(c) परमाणुओं की संख्या – अणुसूत्र से यौगिक या तत्व के एक अणु में विद्यमान विभिन्न परनाणुओं की वास्तविक संख्या ज्ञात होती है।
जैसे – H2O में हाइड्रोजन के दो मोल परमाणु व ऑक्सीजन का एक मोल परमाणु उपस्थित है।
H2SO4 में हाइड्रोजन के 2 मोल, सल्फर का 1 मोल तथा ऑक्सीजन का 1 मोल उपस्थित है।
(d) अणुभार – अणु में उपस्थित परमाणुओं के भार ज्ञात होने पर तत्व या यौगिक का अणुभार ज्ञात किया जा सकता है।
जैसे – H2O का अणुभार
= 2 × (1) + 16
= 2 + 16
= 18
(e) भारानुसार मात्रा – अणुसूत्र से यौगिक में उपस्थित तत्वों के भार की जानकारी होती है।
जैसे – जल में भारानुसार 2 भाग हाइड्रोजन तथा 16 भाग ऑक्सीजन होती है।
(f) अणुओं की संख्या – अणुसूत्र के पहले कोई संख्या लिखी हो तो वह अणुओं की संख्या प्रकट करती है।
जैसे – CuSO4H2O में 5 अणु H2O है।
अणुसूत्र बनाना
सामान्यतः अकार्बनिक यौगिकों के अणुसूत्र उनके मूलकों के प्रतीकों एवं उनकी संयोजकता की सहायता से ज्ञात किये जाते है। जब तत्व किसी दूसरे तत्व से संयोग करके यौगिक बनाता है तो वे अपनी संयोजकताओं के व्युत्क्रम अनुपात में संयोग करते है।
किसी यौगिक का अणुसूत्र निम्न बिंदुओं की सहायता से बनाया जा सकता है।
- तत्व के अणु में उपस्थित परमाणु की संख्या उसके प्रतीक के नीचे लिखते है।
जैसे – हाइड्रोजन का अणु H2, फास्फोरस का अणु P2 आदि। - यौगिक के अणुसूत्र में सर्वप्रथम धातु तत्व या धनात्मक मूलक के प्रतीक को बायीं ओर तथा अधातु तत्व या ऋणात्मक मूलक के प्रतीक को दायी ओर साथ-साथ लिखते है। जटिल मूलक को कोष्ठक में लिखते है।
जैसे – Na+ (SO4)2-
Al3+ (SO4)2-
NH4+ CO32- - प्रतीकों के ऊपर उनकी संयोजकता लिखते है।
- संयोजकता को व्युत्क्रम प्रतीक के नीचे लिखते है।
Ca2+ OH– = Ca(OH)2 कैल्शियम हाइड्रोक्साइड
Na+ (SO4)2- = Na2SO4 सोडियम सल्फाइड - दोनों मूलकों की संयोजकता समान होने पर किसी भी मूलक के नीचे कोई संख्या नहीं लिखते है।
Ca2+ O2- = CaO कैल्शियम ऑक्साइड
Na+ Cl– = NaCl सोडियम क्लोराइड
H+ S2- = H2S हाइड्रोजन सल्फाइड - संख्या 1 नहीं लिखते है।
NH4+ CO32- = (NH4)2CO3 अमोनियम कार्बोनेट
H+ F– = HF हाइड्रोजन फ्लोराइड - यदि आवश्यक हो तो दोनों मूलकों की संयोजकता को सरल अनुपात में प्रदर्शित करने के लिए उचित अंक से भाग दिया जाता है।