NCERT Solutions for Class 7 Science Chapter 10 respiration in living organisms | एनसीइआरटी कक्षा 7 अध्याय 10 जीवों में श्वसन अभ्यास प्रश्न class 7th science
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NCERT Solutions for Class 7 Science Chapter 10 respiration in living organisms class 7th science
विषय – विज्ञान
अध्याय – 10
जीवों में श्वसन
class 7th science Chapter 10 Question Answer
NCERT Solutions for class 7 science Chapter 10 question answer in hindi
अभ्यास
1. कोई धावक दौड़ समाप्त होने पर सामान्य से अधिक तेजी से गहरी साँसे क्यों लेता है?
उत्तर – कोई भी व्यस्क व्यक्ति विश्राम की अवस्था में एक मिनट में औसतन 15-18 बार साँस अंदर लेता और निकलता है। परन्तु जब कोई धावक दौड़ता है तो दौड़ने की स्थिति में श्वसन दर 25 बार प्रति मिनट तक बढ़ जाती है। जब धावक दौड़ता है, तो न केवल वो तेजी से साँस लेते हैं, बल्कि वह गहरी साँस भी लेते हैं और इस प्रकार अधिक ऑक्सीजन ग्रहण करता है।
2. वायवीय और अवायवीय श्वसन के बीच समानताएँ और अंतर बताइए।
उत्तर –
वायवीय श्वसन : जब ग्लूकोस का विखंडन ऑक्सीजन के उपयोग द्वारा होता है, तो यह वायवीय श्वसन कहलाता है।
अवायवीय श्वसन : जब भोजन का विखंडन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है, तो यह अवायवीय श्वसन कहलाता है।
3. जब हम अत्यधिक धूल भरी वायु में साँस लेते हैं, तो हमें छींक क्यों आ जाती है?
उत्तर – जब हम अत्यधिक धूल भरी वायु में साँस लेते है, तो धूल के कण हमारी नासा-गुहा में उपस्थित रोमों में फँस जाते है। यद्यपि, कभी-कभी ऐसे कण हमारी नासा-गुहा के पार चले जाते हैं, तब ये गुहा की कोमल परत को उत्तेजित करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप छींक आती है। छींकने से अवांछित कण वायु के साथ बाहर निकल जाते है। इस प्रकार केवल स्वस्थ वायु ही हमारे शरीर में प्रवेश कर पाती है।
4. तीन परखनलियॉँ लीजिए। प्रत्येक को 3/4 भाग तक जल से भर लीजिए। इन्हें A, B और C द्वारा चिह्नित कीजिए। परखनली A में एक घोंघा रखिए। परखनली B में कोई जलीय पादप रखिए और C में एक घोंघा और पादप दोनों को रखिए। किस परखनली में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता सबसे अधिक होगी?
उत्तर – क्योंकि हम जानते हैं कि जीवित रहने के लिए पादप भी श्वसन करते हैं। ये वायु से कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं और ऑक्सीजन को निर्मुक्त करते हैं। जबकि घोंघा श्वसन के लिए ऑक्सीजन ग्रहण करता है और कार्बन डाइऑक्साइड को निर्मुक्त करता है। अतः उपर्युक्त कथन के आधार पर हम कह सकते हैं कि सबसे अधिक कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता परखनली A में होगी।
5. सही उत्तर पर ( ) का निशान लगाइए –
(क) तिलचट्टों के शरीर में वायु प्रवेश करती है, उनके –
(i) फेफड़ों द्वारा
(ii) क्लोमों द्वारा
(iii) श्वास रंध्रों द्वारा
(iv) त्वचा द्वारा
उत्तर – (iii) श्वास रंध्रों द्वारा
(ख) अत्यधिक व्यायाम करते समय हमारी टाँगों में जिस पदार्थ के संचयन के कारन ऐंठन होती है, वह है
(i) कार्बन डाइऑक्साइड
(ii) लैक्टिक अम्ल
(iii) ऐल्कोहॉल
(iv) जल
उत्तर – (ii) लैक्टिक अम्ल
(ग) किसी सामान्य वयस्क व्यक्ति की विश्राम-अवस्था में औसतन श्वसन दर होती है
(i) 9-12 प्रति मिनट
(ii) 15-18 प्रति मिनट
(iii) 21-24 प्रति मिनट
(iv) 30-33 प्रति मिनट
उत्तर – (ii) 15-18 प्रति मिनट
(घ) उच्छवसन के समय, पसलियाँ
(i) बाहर की ओर गति करती है।
(ii) नीचे की ओर गति करती है।
(iii) ऊपर की ओर गति करती है।
(iv) बिल्कुल गति नहीं करती है।
उत्तर – (ii) नीचे की ओर गति करती है।
6. कॉलम A में दिए गए शव्दों का कॉलम B के साथ मिलान कीजिए –
कॉलम A | कॉलम B |
(क) यीस्ट | (i) केंचुआ |
(ख) डायफ्राम (मध्यपट) | (ii) क्लोम |
(ग) त्वचा | (iii) ऐल्कोहॉल |
(घ) पत्तियाँ | (iv) वक्ष-गुहा |
(च) मछली | (v) रंध्र |
(छ) मेंढक | (vi) फेफड़े ओर त्वचा |
(vii) श्वासप्रणाल (वातक) |
उत्तर –
कॉलम A | कॉलम B |
(क) यीस्ट | (iii) ऐल्कोहॉल |
(ख) डायफ्राम (मध्यपट) | (iv) वक्ष-गुहा |
(ग) त्वचा | (i) केंचुआ |
(घ) पत्तियाँ | (v) रंध्र |
(च) मछली | (ii) क्लोम |
(छ) मेंढक | (vi) फेफड़े ओर त्वचा |
7. बताइए कि निम्नलिखित वक्तव्य ‘सत्य’ हैं अथवा ‘असत्य’ –
(क) अत्यधिक व्यायाम करते समय व्यक्ति की श्वसन दर धीमी हो जाती है।
(ख) पादपों में प्रकाश संश्लेषण केवल दिन में, जवकि श्वसन केवल रात्रि में होता है।
(ग) मेंढक अपनी त्वचा के अतिरिक्त अपने फेफड़ों से भी श्वसन करते हैं।
(घ) मछलियों में श्वसन के लिए फेफड़े होते हैं।
(च) अंत: श्वसन के समय वक्ष-गुहा का आयतन बढ़ जाता है।
उत्तर –
(क) अत्यधिक व्यायाम करते समय व्यक्ति की श्वसन दर धीमी हो जाती है। (असत्य)
(ख) पादपों में प्रकाश संश्लेषण केवल दिन में, जवकि श्वसन केवल रात्रि में होता है। (सत्य)
(ग) मेंढक अपनी त्वचा के अतिरिक्त अपने फेफड़ों से भी श्वसन करते हैं। (सत्य)
(घ) मछलियों में श्वसन के लिए फेफड़े होते हैं। (असत्य)
(च) अंत: श्वसन के समय वक्ष-गुहा का आयतन बढ़ जाता है। (सत्य)
8. दी गई पहेली के प्रत्येक वर्ग में जीवों के श्वसन से संबंधित हिंदी वर्णाक्षर अथवा संयुक्ताक्षर दिए गए हैं। इनको मिलाकर जीवों तथा उनके श्वसन अंगों से संबंधित शब्द बनाए जा सकते हैं। शब्द वर्गों के जाल में किसी भी दिशा में, ऊपर, नीचे अथवा विकर्ण में पाए जा सकते हैं। श्वसन तंत्र तथा जीवों के नाम खोजिए।
इन शब्दों के लिए संकेत नीचे दिए गए हैं।
ड़ | ढ | क | फे | वि | श्वा | स | रं | ध्र |
र | व | ख | द्य | फ | षा | णु | जी | वा |
द | श्वा | प | गा | रे | डे | डा | न | सा |
यी | म | स | तः | भा | बा | या | व | ना |
फ | स्ट | लि | प्र | मी | धा | फ्रा | लं | सा |
च | ढ | याँ | अ | णा | चूं | य | ट्टा | द्वा |
ड़ | रं | स्व | सा | छ | ल | च | ब | र |
स्य | ण | ध्र | भू | भे | ल | म | न | ड |
पिं | ज | र | ति | ब | चा | त | क |
- कीटों की वायु नालियाँ
- वक्ष-गुहा को घेरे हुए हड्डियों की संरचना
- वक्ष-गुहा का पेशीय तल
- पत्ती की सतह पर सूक्ष्म छिद्र
- कीट के शरीर के पार्श्व भागों के छोटे छिद्र
- मनुष्यों के श्वसन अंग
- वे छिद्र जिनसे हम साँस भीतर लेते (अंत: श्वसन) करते हैं।
- एक अवायवीय जीव
- श्वासप्रणाल तंत्र वाला एक जीव
उत्तर –
- कीटों की वायु नालियाँ – श्वासप्रणाल
- वक्ष-गुहा को घेरे हुए हड्डियों की संरचना – वक्ष गुहा
- वक्ष-गुहा का पेशीय तल – डायफ्राम
- पत्ती की सतह पर सूक्ष्म छिद्र – रंध्र
- कीट के शरीर के पार्श्व भागों के छोटे छिद्र – श्वास रंध्र
- मनुष्यों के श्वसन अंग – फेफड़े
- वे छिद्र जिनसे हम साँस भीतर लेते (अंत: श्वसन) करते हैं – नासा द्वार
- एक अवायवीय जीव – यीस्ट
- श्वासप्रणाल तंत्र वाला एक जीव – तिलचट्टा
9. पर्वतारोही अपने सतह ऑक्सीजन सिलिंडर ले जाते हैं, क्योंकि
(क) 5 km से अधिक ऊँचाई पर वायु नहीं होती है।
(ख) वहाँ उपलब्ध वायु की मात्रा भू-तल पर उपलब्ध मात्रा से कम होती है।
(ग) वहाँ वायु का ताप भू-तल के ताप से अधिक होता है।
(घ) पर्वत पर वायुदाब भू-तल की अपेक्षा अधिक होता है।
उत्तर – (ख) वहाँ उपलब्ध वायु की मात्रा भू-तल पर उपलब्ध मात्रा से कम होती है।