NCERT Solutions for Class 10 Science Chapter 2 Acid, Base and Salt | कक्षा 10 विज्ञान पाठ 2 अम्ल, क्षार एवं लवण
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Ncert Solutions for Class 10 Science Chapter 2
पाठ – 2
Acid, Base and Salt
अम्ल, क्षार एवं लवण
विज्ञान
Class 10 Science Chapter 2 Acid, Base and Salt Question Answer
class 10 science chapter 2 question answer in hindi
1. कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है, इसका PH संभवतः क्या होगा?
(a) 1 | (b) 4 | (c) 5 | (d) 10 |
उत्तर – (d) 10
2. कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया कर एक गैस उत्पन्न करता है जो चुने के पानी को दूधिया कर देती है। इस विलयन में क्या होगा?
(a) NaCl | (b) HCl | (c) LiCl | (d) KCl |
उत्तर – (b) HCl
3. NaOH का 10 mL विलयन, HCl के 8 mL विलयन से पूर्णतः उदासीन हो जाता है। यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20 mL लें तो इसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?
(a) 4 mL | (b) 8 mL | (c) 12 mL | (d) 16 mL |
उत्तर – (d) 16 mL
4. अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है?
(a) एंटीबायोटिक (प्रतिजैविक)
(b) ऐनालजेसिक (पीड़ाहरी)
(c) ऐन्टैसिड
(d) एंटीसेप्टिक (प्रतिरोधी)
उत्तर – (c) ऐन्टैसिड
5. निम्न अभिक्रिया के लिए पहले शब्द-समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए :
(a) तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है।
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है।
(c) तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है।
उत्तर –
(a) तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है।
दानेदार जिंक + तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल → जिंक सल्फ़ेट + हाइड्रोजन गैस
Zn(s) + H2SO4(aq) → ZnSO4(aq) + H2(g)
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है।
मैग्नीशियम पट्टी + तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → मैग्नीशियम क्लोराइड + हाइड्रोजन गैस
Mg(s) + 2HCl → MgCl2(aq) + H2
(c) तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
ऐलुमिनियम चूर्ण + तनु सल्फ़्यूरिक अम्ल → ऐलुमिनियम सल्फ़ेट + हाइड्रोजन गैस
2Al(s) + 3H2SO4 → Al2(SO4)3(aq) + 3H2(g)
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लौह के रेतन के साथ अभिक्रिया करता है।
लौह के रेतन + तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → आयरन क्लोराइड + हाइड्रोजन गैस
Fe(s) + 2HCl(aq) → FeCl2(aq) + H2(g)
6. एल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होते हैं लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता है। एक क्रियाकलाप द्वारा इसे साबित कीजिए।
उत्तर – क्रियाकलाप :
- ग्लूकोज, एल्कोहॉल तथा हाड्रोक्लोरिक अम्ल का विलयन लीजिए।
- एक कॉर्क पर दो कीलें लगाकर कर्क को 100 mL के बीकर में रख दीजिए।
- चित्रानुसार कीलों जो 6 वाल्ट की एक बैट्री के दोनों टर्मिनलों के साथ एक बल्ब तथा स्विच के माध्यम से जोड़ दीजिए।
- अब बीकर में थोड़ा तनु HCl डालकर विद्युत धरा प्रवाहित कीजिए।
- इसके पश्चात् स्विच को ऑन कर दीजिए। स्विच को ऑन करने पर हम देखते है कि बल्ब प्रकाशित हो जाता है।
- इस क्रियाकलाप को HCl के स्थान पर बारी-बारी से ग्लूकोज और एल्कोहॉल के विलयन के साथ करिए।
अवलोकन :
हम पायेगें कि एल्कोहॉल और ग्लूकोज कि स्थिति में बल्ब प्रकाशित नहीं होता है, इसका कारण यह है कि विलयनों में H+ आयन नहीं बनता है।
निष्कर्ष : ग्लूकोज और एल्कोहॉल H+ आयन उत्पन्न नहीं करते है। किसी भी विलयन में विद्युत धारा का प्रवाह आयनों के द्वारा होता है अतः इन्हें अम्ल नहीं कहा जाता है।
7. आसवित जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है?
उत्तर – आसवित जल शुद्ध होते है, जिनमें आयन नहीं होते है तथा बिना आयनों के विद्युत का चालन नहीं होता है। जबकि वर्षा के जल में थोड़ी मात्रा में अम्ल होते है, क्योंकि वायु में उपस्थित SO2 और NO2 गैस जल में मिलकर इसे अम्लीय बना देते है। ये अम्ल (H+) आयन उत्पन्न करते है, जिसके कारण विद्युत का चालन होता है।
8. जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
उत्तर – जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय इसलिए नहीं होता क्योंकि जल की अनुपस्थिति में अम्लों से H+ आयन पृथक नहीं हो पाते है। केवल जल की उपस्थिति में ही H+ आयन अलग हो पाते है तथा अम्लीय अभिलक्षण दर्शाने के लिए आयनों का बनना जरुरी होता है।
9. पाँच विलयनों A, B, C, D व E की जब सार्वत्रिक सूचक से जाँच की जाती है तो PH के मान क्रमश: 4, 1, 11, 7 एवं 9 प्राप्त होते हैं। कौन सा विलयन :
(a) उदासीन है?
(b) प्रबल क्षारीय?
(c) प्रबल अम्लीय?
(d) दुर्बल अम्लीय?
(e) दुर्बल क्षारीय?
PH के मानों को हाइड्रोजन आयन की सांद्रता के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर – विलयन PH के मान :
A | 4 | दुर्बल अम्लीय |
B | 1 | प्रबल अम्लीय |
C | 11 | प्रबल क्षारीय |
D | 7 | उदासीन |
E | 9 | दुर्बल क्षारीय |
(a) उदासीन है? PH = 7 (उदासीन)
(b) प्रबल क्षारीय? PH = 11 प्रबल (क्षारीय)
(c) प्रबल अम्लीय? PH = 1 प्रबल (अम्लीय)
(d) दुर्बल अम्लीय? PH = 4 दुर्बल (अम्लीय)
(e) दुर्बल क्षारीय? PH = 9 दुर्बल (क्षारीय)
10. परखनली ‘A’ एवं ‘B’ में समान लम्बाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए। परखनली ‘A’ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) तथा परखनली ‘B’ में एसिटिक अम्ल (CH3COOH) डालिए। दोनों अम्लों की मात्रा तथा सांद्रता समान हैं। किस परखनली में अधिक तेज़ी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों?
उत्तर – परखनली ‘A’ में बुदबुदाहट अधिक तेजी से होती है क्योंकि HCl एक प्रबल अम्ल है जो पूर्णतः वियोजित होकर H+ और Cl– आयन अधिक मात्रा में बनाते है जबकि CH3COOH एक दुर्बल अम्ल है जो कम मात्रा में H+ आयन बनाते हैं क्योंकि यह कम विघटित हो पता है।
11. ताज़े दूध के PH का मान 6 होता है। दही बन जाने पर इसके PH के मान में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइए।
उत्तर – जब दूध से दही बनता है तो दही में लैक्टिक अम्ल का निर्माण हो जाता है, जिससे इसका PH 6 से कम हो जाता है।
12. एक ग्वाला ताज़े दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलता है।
(a) ताज़ा दूध के PH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?
उत्तर – (a) ताज़ा दूध के PH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है?
ताज़ा दूध के PH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय इसलिए किया जाता है, क्योंकि क्षारीय दूध अधिक समय तक खराब नहीं होता है?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?
इस दूध को दही बनने में अधिक समय इसलिए लगता है, क्योंकि इस प्रक्रिया में बना लैक्टिक अम्ल पहले क्षारक को उदासीन करता है फिर अम्लीय होता है, जिसके कारन दही बनता है।
13. प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए। इसकी व्याख्या कीजिए।
उत्तर – प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र-रोधी बर्तन में इसलिए रखा जाता है, क्योंकि यह आर्द्रता की उपस्थिति में जल को अवशोषित कर ठोस पदार्थ जिप्सम में परिवर्तित कर देता है, जिसके कारन इसमें जल के साथ मिलकर जमने का गुण नष्ट हो जाता है।
\(\displaystyle CaS{{O}_{4}}.\frac{1}{2}{{H}_{2}}O+1\frac{1}{2}{{H}_{2}}O\to CaS{{O}_{4}}.2{{H}_{2}}O\) |
|||||||
प्लास्टर ऑफ पेरिस |
जिप्सम ठोस पदार्थ |
14. उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? दो उदाहरण दीजिये।
उत्तर – अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया से लवण एवं जल बनते हैं, जिससे उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते है। चूँकि सभी अम्ल H+(aq) तथा सभी क्षारक OH–(aq) बनाते हैं। अतः
HX + MOH → MZ + MOH
अम्ल + क्षारक → लवण + जल
उदाहरण –
(i) NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl + H2O
(ii) KOH + HCl → KCl + H2O
15. धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो-दो प्रमुख उपयोग बताइए।
उत्तर – धोने के सोडे के उपयोग –
- सोडियम कार्बोनेट (धोने का सोडा) का उपयोग काँच, साबुन एवं कागज उद्योगों में होता है।
- सोडियम कार्बोनेट का उपयोग घरों में साफ-सफाई के लिए होता है।
बेकिंग सोडा (NaHCO3) के उपयोग –
- बेकिंग पाउडर बनाने में जो बेकिंग सोफे और टार्टरिक अम्ल मिश्रण है।
- इसका उपयोग सोडा-अम्ल अग्निशामक में भी किया जाता है।