अंग छूना – कसम खाना
अंगड़ाना – अंगड़ाई लेना, जबरन पहन लेना
अंग लगाना – निपटाना
अंगारों पर पैर रखना – जोखिम लेना
अंगूठे पर मरना – परवाह न करना
अंजर पंजर ढीले होना – अंग अंग ढीला होना
अंडा फूट पड़ना – भेद खुल जाना
अंधा बनाना – ठगना
अंधे को चिराग दिखाना – मूर्ख को उपदेश देना
अंधानुकरण करना – बिना विचार अनुकरण करना
अंधेर खाता – अव्यवस्था
अंधेरे घर का उजाला – अति सुंदर/एकलौती संतान
अंधेरे मुँह – पौ फटते
अंधेरे उजाले – समय कुसमय
अंक भरना – लिपटा लेना
अंगार बरसना – चिलचिलाती धूप होना
अंगूठा चूसना – खुशामद करना
अंडा सेना – बेकार रहना/किसी वस्तु का बहुत ख्याल रखना।
अक्ल चकराना – कुछ समझ ना आना
अक्ल का अंधा होना – बे अक्ल होना
अक्ल का कसूर – बुद्धि दोष
अक्ल के तोते उड़ना – होश ठिकाने ना रहना
अक्ल के बखिए उधेड़ना – बुद्धि नष्ट कर देना
अक्ल जाती रहना – घबरा जाना
अक्ल ठिकाने होना – होश में आना
अक्ल ठिकाने ला देना – समझा देना
अक्ल से दूर/अक्ल से बाहर होना – समझ मे न आना
अक्ल का पूरा – मूर्ख
अक्ल मोटी होना – मूर्ख, बुद्धिहीन
अक्ल का पुतला – बुद्धिमान
अपना किया पाना – कर्म का फल भोगना
आहिर होना – मूर्ख होना
आँख की पुतली होना – अत्यधिक प्यारा होना
औछे की प्रीति – नीचों की मित्रता
और ही रंग खिलना – कुछ विचित्र बातें होना
आँखे चरने जाना – सामने की वस्तु ना दिखना
आँख तरसना – देखने की बेताबी
ऐठ लेना – धोखे से लेना
अक्ल के पीछे लठ लिए फिरना – मूर्खता का काम करना
अपनी खिचड़ी खुद पकाना – मिलजुल कर न रहना
अपना उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना
अरमान निकलना – अपने मन का पूरा करना
अटकलें भिड़ाना – उपाय सोचना
अक्षर से भेंट ना होना – अनपढ़ होना
अटखेलियाँ करना – किलोत करना
अड़ंगा करना – होते काम मे बाधा डालना
अड़ पकड़ना – जिद्द करना/पनाह में आना
अता होना – मिलना
अथाह में पड़ना – मुश्किल में पड़ना
अधर में झूलना – दुविधा में रहना
अधूरा जाना – असमय गर्भपात होना
अनी की चोट – सामने की चोट
अपनी नींद सोना – इच्छानुसार कार्य करना
अरण्य रोदन – निष्फल निवेदन
आँख बंद कर काम करना – ध्यान ना देना
आँख मरना – इशारा करना
आँखे फेर लेना – प्रतिकूल होना
आँखे सेकना – सूंदर वस्तु को देखते रहना
आँख लगना – नींद आना/प्यार होना
आँखों पे पर्दा पड़ना – लोभ के कारण सच्चाई ना दिखाना
आँखों का पानी ढलना – निर्लज्ज बन जाना
आँखों मे रात काटना – रात भर जागना
आकाश के तारे तोड़ना – असंभव कार्य करना
आंट गर्म होना – घुस देना
आईना होना – बिलकुल स्वस्छ होना
आटा गीला करना – बैठें बैठें खाना
आसमान से गिरना – धोखा खाना
इंद्र की परी होना – बहुत सुंदर
ईट तक बिकवाना – दरिद्र बना देना
एक दो तीन होना – नीलाम होना
एक ही भाव तौलना – सब के साथ एक जैसा व्यवहार करना
आग से खेलना – जान भूझकर मुसीबत में पड़ना
आँचल पसारना – भीख मांगना
आग पानी का बैर – स्वाभाविक शत्रुता
आकाश का फूल – अप्राप्य वस्तु
आधा तीतर आधा बटेर – बेमेल काम
आसमान फट पड़ना – अचानक आफत आना
आँचल देना – दूध पिलाना
आँचल फैलाना – अति विनम्रतापूर्वक प्रार्थना करना
आँधी उठाना -हलचल मचाना
आँसुओ से मुँह धोना – बहुत रोना
आकाश कुसुम – अनहोनी बात
आग का पुतला – बहुत क्रोधी
आग के मोल – बहुत महँगा
आग पर लौटना – बैचेन होना/ईर्ष्या करना
आग भुझा लेना – कैसा निकलना
आग भी न लगाना – तुच्छ समझना
आग में झोंकना – अनिष्ट में डालना
आग से पानी होना – क्रोधावस्था से एकदम शांत होना
आगे करना – हाजिर करना/अगुआ करना/आड़ लेना
आगे होकर फिरना – आगे बढ़कर स्वागत करना
ईट से ईट बजाना – नष्ट भ्र्ष्ट कर देना/विवश करना
उड़ती चिड़िया पहचान लेना – किसी की गुप्त बाते जान लेना
उठा न रखना – कभी न छोड़ना
उलटी माला फेरना – बुरा सोचना
उल्टे उस्तरे से मुंडना – धृष्टतापूर्वक ठगना
कंघी चोटी में रहना – हमेशा बनवा श्रृंगार में रहना
कंचन बरसना – बहुत धन पाना
कंठ फूटना – थोड़ा बढ़कर बोलना
क़तर ब्योंत करना -किफायत करना
कफ़न की कौड़ी न होना – अत्यंत निर्धन होना
कलेजा निकलकर रख देना – दिल की बात कहना
कलेजा पकना – दुःखी होना
उलटी पट्टी पढ़ाना – और का और कहकर बहकाना
एक घाट पानी पीना – एकता और सहनशीलता होना
एक ही थैली के चट्टे बट्टे – सब एक सेसब समान रूप से
एक ही नाव में सवार – एक समान परिस्थिति में होना/किसी भी कार्य को करने के लिए सभी पक्षों की सक्रियता
आँठ चबाना – क्रोध प्रकट करना
कच्चा चिट्ठा खोलना – भेद खोलना/छिपे हुए दोष बताना
कच्ची गोली खेलना – अनुभवी ना होना
कटी पतंग होना – निराश्रित होना
कलई खुलना – पोल खुलना
कलेजा थामना – दुःख सहन करने के लिए कलेजा कड़ा करना
कढ़ी का सा उबाल – मामूली जोश
कड़वे घुट पीना – कष्टदायक बात सहन करना
कलेजा निकल कर रख देना – सब कुछ समर्पित कर देना
कलेजा फटना – असहनीय दुःख होना
कलेजा मुँह को आना – व्याकुल होना या घबरा जाना
कलेजे पर साँप लौटना – ईर्ष्या से जलना
कसौटी पर कसना – परखना/परीक्षा लेना
कागज काले करना – व्यर्थ लिखना
काठ का उल्लू – अत्यंत मूर्ख
कान में फूंक मरना – प्रभावित करना
कान में तेल/रुई डालना – ध्यान न देना
काम आना – युद्ध मे मरना
काम तमाम कर देना – मार देना
काया पलट होना – बिल्कुल बदल जाना
कागज की नाव – अस्थाई/क्षण भंगुर
कान कतरना – मात करना/बहुत चतुर होना
कान का कच्चा – हर किसी की बात पर विश्वास करने वाला
कागजी घोड़े दौड़ाना – केवल लिखा पढ़ी करते रहना/बहुत पत्र व्यवहार करना
कानो में उँगली देना – कोई आश्चर्यकारी बात सुनकर दंग रहना
काल के गाल में जाना – मृत्यु पथ पर बढ़ना
कुँए में बाँस डालना – बहुत दूर तक खोज करना
कुँए में भांग पड़ना – सबकी बुद्धि मारी जाना
खटाई में पड़ना – टल जाना/काम मे रुकावट आना
खालाजी का घर – आसान काम
खिचड़ी पकाना – गुप्त रूप से षड्यंत्र रचना
खून का घुट पीना – क्रोध को अंदर ही अंदर सहना
खून सुखना – डर जाना
खून सफेद हो जाना – दया न रह जाना
खेत रहना – मारा जाना
खतरे से खाली न होना – बहुत ही मुश्किल
गंगा नहाना – बड़ा कार्य कर देना
गत बनाना – पीटना
गर्दन उठाना – विरोध करना
गर्दन पर सवार होना – पीछे पड़े रहना
गज भर की छाती होना – साहसी होना
गाल बजाना – डिंग मारना
गाजर मूली समझना – तुच्छ समझना
गीदड़ भभकी – दिखावटी धमकी
गुल खिलाना – बखेड़ा खड़ा कर देना/ऐसा कार्य करना जो दूसरों को उचित ना लगे
गुदड़ी में लाल होना – गरीबी में भी गुणवान होना
गूलर का फूल – दुर्लभ व्यक्ति/वस्तु
गति होना – जीवित होना
घर फूंककर तमाशा देखना – अपनी हानि करके मौज उड़ाना
घड़ों पानी भरना – बहुत लज्जित होना
घर मे गंगा बहना – बिना कठिनाई के कोई अच्छी वस्तु पास में ही मिल जाना
घास खोदना – व्यर्थ समय गवाना
चना बेचकर सोना – निश्चिंत होकर सोना/गहरी नींद सोना
चंपत होना – भाग जाना (प्रधानाध्यापक को देखकर बच्चे चंपत हो गए)
चांडाल चौकड़ी – निकम्मे बदमाश लोग
चाँदी का जूता – घुस का धन
चाँदी का जूता देना – रिश्वत देना
चादर से बाहर पैर पसारना- आमदनी से अधिक खर्च करना
चादर तान कर सोना – निश्चित होना
चिकना घड़ा – बेशर्म
चिकना घड़ा होना – कोई प्रभाव ना पड़ना
चींटी के पैर निकलना – नष्ट होने के करीब होना/अधिक घमंड करना
चुटिया हाथ में होना – वश में होना
चेहरे पर हवाइयाँ उड़ाना – घबरा जाना
चोटी का पसीना ऐड़ी तक आना – कड़ा परिश्रम करना
चौदहवी का चाँद – बहुत सुंदर
चाँद पर थूकना – सज्जन पर कलंक लगाना
छठी का दूध याद आना – घोर संकट में पड़ना/संकट में पिछले सुख की याद आना
छाती पर पत्थर पड़ना – चुपचाप दुःख सहन करना
अलबेला – मनमौजी/बे-परवाह व्यक्ति
राख में मिलना – मृत्यु को प्राप्त हो जाना (प्रयोग – रमेश को कैंसर था, लेकिन उसके पास ईलाज के पैसे नही थे तो वह राख में मिल गया)
जन्मसिद्ध अधिकार होना – पूर्णरूप से अधिकार होना
जमीन पर पैर ना रखना – अधिक घमंड करना
जहर का घूँट पीना – असहनीय बात सहन कर लेना
जबान पर चढ़ना – याद आना
जहर उगलना – कड़वी बात कहना
जी का जंजाल – व्यर्थ का जंझट
जी भर आना – ह्रदय द्रवित होना
जीती मक्खी निगलना – जानबूझकर बेइमानी करना
जी पर बन आना – मुसीबत में आ फँसना
जूतियाँ चटकाना/तोड़ना – मारे-मारे फिरना
जूतियाँ/जूते चाटना – चापलूसी करना।
जुतियों से दाल बाटना – लड़ाई झगड़ा हो जाना
जोड़ तोड़ करना – उपाय करना
झक मरना – व्यर्थ परिश्रम करना
झाड़ू फिरना – सब कुछ बर्बाद कर देना
टका सा जवाब देना – दो टूक/रुख उत्तर देना या मना करना
टट्टी की ओट में शिकार खेलना – छिपकर षड्यंत्र रचना
टेढ़ी उँगली से घी निकलना – शक्ति से कार्य सिद्ध करना
टोपी उछालना – अपमान करना
ठन ठन गोपाल – निर्धन व्यक्ति/खोखला
ठिकाने आना – ठीक स्थान पर आना
ठीकरा फोड़ना – दोष लगाना
डंडे की चोट कहना – स्पष्ट कहना
डकार आना – किसी चीज को लेकर ना देना/माल पचा जाना
डोरी ढ़ीली छोड़ना – नियंत्रण में ढील देना
ढाई दिन की बादशाहत – थोड़े दिन की मौज बहार
ढोल में पोल होना – थोथा या सारहीन
तार तार होना – पूरी तरह फट जाना
तारे गिनना – रात को नींद ना आना/त्यग्रता से प्रतीक्षा करना
तिल का ताड़ – बढ़ा चढ़ा कर बाते करना
तीन का तेरह होना – अलग अलग होना
तूती बोलना – खूब प्रभाव होना
तेल की कचौड़ियों पर गवाही देना – सस्ते में काम करना
तैली का बैल होना – हर समय काम मे लगे रहना
तेवर चढ़ाना – गुस्सा होना
तौल मोल करना – अच्छी तरह जाँच परखना
थाह लेना – पता लगाना
थाली का बैंगन – लाभ हानि देखकर पक्ष बदलने वाला व्यक्ति/सिद्धांतहीन व्यक्ति
थूककर चाटना – बात कहकर बदल जाना
दबे पाँउ चलना – बिना आवाज के चलना
दमड़ी के लिए चमड़ी उधेड़ना – मामूली सो बात के लिए भारी दंड देना
दाँत पीसकर रहना – क्रोध पीकर चुप रहना
दाँत काटीं रोटी होना – घनिष्ठ मित्रता
दाई से पेट छिपाना – परिचित से रहस्य को छिपाये रखना
दाना पानी उठना – जगह छोड़ना
दिन फिरना – भाग्य पलटना
दो दिन का मेहमान – जल्दी मरने वाला
दो टूक जवाब – साफ साफ उत्तर देना
दृष्टि फेरना – अप्रसन्न होना
धज्जियाँ उड़ाना – नष्ट भ्र्ष्ट करना
ठहाका मारकर हँसना – बहुत जोर से हँसना
धरती पर पॉव न रखना – अभिमान में रहना
धावा बोलना – आक्रमण करना
धूल फाँकने – व्यर्थ में भटकाना
नकेल हाथ में होना – वश में होना
नाक काटना – बदनामी होना
नाक चोटी काटकर हाथ मे देना – दुर्दशा करना
नाक भौं चढ़ाना – घृणा या असंतोष प्रकट करना
नाक पर मक्खी न बैठने देना – बहुत साफ होना/अपने पर आँच न आने देना
नाक रगड़ना – दीनता दिखाना
नाक रखना – मान रखना
नाक का बाल होना – किसी के ज्यादा निकट होना
नाकों चने दबाना – बहुत तंग करना
निन्यानवे के फेर में पड़ना – पैसे जोड़ने जे चक्कर मे पड़ना
पॉव उखाड़ना – हारकर भाग जाना
पानी पानी होना – अत्यधिक लज्जित होना
पानी मे आग लगाना – शक्ति भंग कर देना
पानी फेर देना – निराश कर देना
पानी भरना – तुच्छ लगना
पानी पीकर कोसना – गालियाँ बकते जाना
पानी का मोल होना – बहुत सस्ता
पापड़ बेलना – बहुत सस्ता
पेट काटना – अपने ऊपर बहुत कम खर्च करना
पेट बांधकर रहना – भूखे रहना
पेट मे रखना – बात छिपाकर रखना
पेट मे दाढ़ी होना – दिखने में सीज परन्तु चालाक
पैर जमीन पर न टिकना – प्रसन्न होना/ अभिमान होना
पैरों में मेहंदी लगाकर बैठना – कही जा न सकना
पौ बारह होना – खूब लाभ होना
फट पड़ना – एकदम गुस्से में हो जाना
फूटी आँख न सुहाना – अच्छा न लगना
फूलकर कुप्पा होना – बहुत प्रसन्न या बहुत नाराज होना
बंदर घुड़की/भभकी – प्रभावहीन धमकी
बखिया उधेड़ना – भेद खोलना
बछिया का ताऊ – मूर्ख
बट्टा लगाना – कलंक लगाना
बड़े घर की हवा खाना – जेल जाना
बरस पड़ना – अत्यधिक क्रोध होकर डाँटना
बल्लियों उछलना – बहुत प्रसन्न होना
बांछे खिल जाना – अत्यंत प्रसन्न होना
बाजार गर्म होना – काम धंधा तेज होना
बात का धनी होना – वचन का पक्का होना
बाल की खाल निकलना – नुकता चीनी करना/बहुत तर्क वितर्क करना
बासी कढ़ी में उबाल आना – समय बीत जाने पर इच्छा जागना
बिल्ली के गले मे घंटी बाँधना – अपने को संकट में डालना
बिल्ली के भाग्य से छीका टूटना – असंभव कार्य का प्रयास करना
बेपेंदी का लोटा – ढुलमुल/पक्ष बदलने वाला
भाड़ झोंकना – समय व्यर्थ खोना
भाड़े का टट्टू – पैसे लेकर ही किसी का काम करने वाला
भीगी बिल्ली बनना – सहम जाना
मक्खन लगाना – चापलूसी करना
मन के लड्डू – मनमोदक/कल्पना करना
माथा ठंनकना – संदेह करना
मिट्टी का माधो – बिल्कुल बुद्धू
मिट्टी खराब करना – बुरा हाल करना
मुँह खून लगना – रिश्वत की आदत पड़ना
मुँह रखना – मान रखना
मुँह पर कालिख पोतना – कलंक लगाना
मुँह ताकना – दूसरे पर आश्रित होना
मुट्टी गर्म करना – रिश्वत देना
मोहर लगा देना – पुष्टि करना
रंग उड़ना – घबरा जाना
रंग में भांग पड़ना – आनन्दपूर्वक कार्य मे बाधा पड़ना
रंगा सियार होना – धोखा देने वाला
रोंगटे खड़े होना – डर से रोमांचित होना
रोड़ा अटकाना – बाधा डालना
राग बिगड़ना – कुछ का कुछ बोलना/बेतरतीब बोलना
लंगोटी में फाग खेलना – गरीबी में आनन्द लूटना
लकीर पीटना – पुरानी रीति पर चलना
लट्टू होना – मस्त होना/मोहित होना
ललाट में लिखा होना – भाग्य में बदा होना
लहू का घूँट पीना – अपमान सहन करना
लाख का घर राख – धनी का निर्धन हो जाना
लोहे के चने चबाना – कठिन काम करना/बुरा-भला कहना
शहद लगाकर चाटना – तुच्छ वस्तु को महत्व देना
शिकार हाथ लगना – आसामी मिलना
शैतान की आँत – लंबी बात
शैतान के कान कतरना -बबहुत चालक होना
सब्ज बाग दिखाना – कोरा लोभ देकर बहकाना
साँप को दूध पिलाना – दुष्ट की रक्षा कारण
साँप छछुंदर की गति होना – असमंजस या दुविधा की दशा होना
सात घाट का पानी पीना – विस्तृत अनुभव होना
सिंदूर लगाना – लड़की का विवाह होना
सितारा चमकना – भाग्यशाली होना
सिर पर कफन बंधना – बलिदान के लिए तैयार होना
सिर पर सवार होना – पीछे पड़ना
सिर मढ़ना – जिम्मे लगाना
सिर आँखों पर रखना – आदर सहित आज्ञा मानना
सिर पर भूत सवार होना – धुन लगाना
सिर धड़ की बाजी लगाना – प्राणों की भी परवाह न करना
सिर नीचे करना – लजा जाना
सिर से पानी गुजरना – सहनशीलता समाप्त होना
सिर धुनना – पछताना
सिंग काटकर बछड़ों में मिलना – बूढ़े होकर भी बच्चो जैसे काम करना
श्री गणेश करना – कार्य शुरू करना
सूखे धान पर पानी पड़ना – दशा सुधरना
सूर्य को दीपक दिखाना – अत्यधिक परिचित व्यक्ति का परिचय देना
सोने पर सुहागा होना – अच्छी वस्तु का और भी अधिक अच्छा होना
हथेली ओर सरसो उगाना – काम समय मे अधिक कार्य करना
हजामत बनाना – लूटना/ठगना
हवा लगना – असर पड़ना
हवा पलटना – समय बदल जाना
हवा का रुख पहचानना – अवसर की आवश्यकता को पहचानना
हाथ कट जाना – परवश होना
हाथ को हाथ न सूझना – घना अंधकार होना
हाथ खींचना – साथ न देना
हाथ के तोते उड़ना – दुःख से हैरान होना/अचानक घबरा जाना
हाथो हाथ बहुत जल्दी – बहुत जल्दी
हाथ डालना – शुरू करना
हाथ पकड़ना – सहायता करना
हाथ देना – सहायता करना
हिंदी की चिन्दी निकालना – बात की तह तक पहुंचने
हुक्का पानी बैंड कर देना – जाति से बाहर कर देना
हुलिया बिगाड़ना – दुर्गत करना
हँसी करना – मजाक बनाना